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प्लास्टिक आधार कार्ड से सावधान !

प्लास्टिक आधार कार्ड से सावधान !

प्लास्टिक आधार कार्ड से सावधान !

आधार कार्ड को पीवीसी(Poly Vinyl Chloride) या स्मार्ट कार्ड में बदलना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। यदि आपने आधार कार्ड का किसी दुकान से लेमिनेशन करा रखा है या फिर प्लास्टिक स्मार्ट कार्ड के तौर पर उसका इस्तेमाल करते हैं, तो सावधान रहें। क्योंकि प्लास्टिक या पीवीसी के आधार स्मार्ट कार्ड किसी काम के नहीं हैं। 

  • यूनिक आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने प्लास्टिक से बने स्मार्ट कार्ड वाले आधार के इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है। और लोगों को इसे न बनवाने की सलाह दी है।
  • यूआईडीएआई ने कहा है कि प्लास्टिक से बने स्मार्ट कार्ड वाले आधार की छपाई की बेहतर क्वालिटी नहीं होने की वजह से इनका क्यू आर (QR) कोड आमतौर पर खराब हो जाता है, जिसके बाद इन्हें स्कैन नहीं किया जा सकता है
  • जिस शॉप या वेंडर से यह कार्ड बनवाया जाता है, उसके पास आपकी निजी सूचना भी पहुंच जाती है। यह भी आशंका है कि आप की मंजूरी के बिना ही गलत तत्वों तक आपकी निजी जानकारी साझा हो जाए।
  • यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) का कहना है कि सादे कागज का आधार, आधार का डाउनलोडेड वर्जन और मोबाइल आधार पूरी तरह से मान्य हैं।  
  • मोबाइल आधार को आप अपनी पहचान के लिए कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • सामान्य कागज पर डाउनलोड किया हुआ आधार कार्ड पूरी तरह से वैध है। भले ही आधार कार्ड ब्लैक एंड व्हाइट ही क्यों न हो वो भी पूरी तरह से वैध है।

 

 

 

 

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार