भोपाल (मध्य प्रदेश)। ई-टेंडर घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम के विशेष कार्य अधिकारी नंद कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है। नंद कुमार को घोटाले का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है । अब ईओडब्ल्यू ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन्स के तीनों संचालकों को सोमवार को अदालत में पेश करने के बाद कुछ दिन और रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी ।
आपको बता दें कि बता दें कि मध्य प्रदेश में आर्थिक अपराध शाखा ने राज्य में हजारों करोड़ रुपये के ई-टेंडरिंग घोटाले में एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन्स के तीन संचालकों वरुण चतुर्वेदी, सुमित गोलवलकर और विनय चौधरी से पूछताछ में ईओडब्ल्यू को घोटाले के मुख्य सूत्रधार तक पहुंचने के सुराग मिले। पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम के ई-प्रिक्योरमेंट के ओएसडी नंद कुमार ही मुख्य सूत्रधार है। वह बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम में प्रतिनियुक्ति पर हैं। जांच में सामने आया है कि डेमो के माध्यम से ही गड़बड़ी की शुरुआत हुई थी। ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन्स के संचालकों से पूछताछ में ई-टेंडर की गोपनीयता को भंग करने के लिए बड़ी राशि के लेनदेन के तथ्य भी सामने आए हैं। करीब एक दर्जन नेताओं और नौकरशाहों के नाम भी सामने आए हैं, जिनके टेंडर में गड़बड़ी घोटाले में शामिल होने की बात सामने आई है। अब जल्दी ही नेताओं और नौकरशाहों पर कार्रवाई हो सकती है।