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#Sich_Paryaveshak #Amin सींच पर्यवेक्षक या अमीन कौन होता है?

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#Sich_Paryaveshak #Amin सींच पर्यवेक्षक या अमीन कौन होता है?

हमारे देश में लगभग सत्तर प्रतिशत जनता का जीवन खेती-बारी पर निर्भर है। देश के किसान खेती-बारी करके अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं। जब इनके खेतों को पानी नहीं मिलता है या फिर प्राकृतिक आपदा के कारण सूखा पड़ जाता है तो इनका और इनके परिवार का जीवन खतरे में पड़ जाता है और भूख से मरने की स्थिति पैदा हो जाती है। इसीलिये देश की सभी राज्य सरकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों में नहर का जाल बिछा रखा है। जिससे किसानों को खेती के लिये समय पर और पर्याप्त पानी मिल सके। और किसान अपने खेतों में अच्छी फसल ले सकें और उनको परिवार का जीवन बेहतर हो सके। नहरों का पानी बिना किसी बाधा के खेतों तक पहुंच सके इसके लिये राज्य सरकारों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई विभाग की ओर से कई अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति भी की है, जिसमें से एक महत्वपूर्ण कर्मचारी सींच पर्यवेक्षक यानी अमीन होता है, जो प्रत्येक फसल के समय सिंचाई की मापों का क्रियान्वयन करता है तथा जमाबंदियां तैयार करता है। यदि आप सींच पर्यवेक्षक के विषय में नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है। चलिये हम आपको बताते हैं । हमारी वेबसाइट है: http://adhikarexpress.com/

नागरिक का मौलिक कर्तव्य

(क) संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र्गान का आदर करें। 

(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को हृदय में संजोए रखें व उनका पालन करें।

(ग) भारत की प्रभुता एकता व अखंडता की रक्षा करें और उसे अक्षुण्ण बनाये रखें। 

(घ) देश की रक्षा करें और आवाह्न किए जाने पर राष्ट् की सेवा करें। 

(ङ) भारत के सभी लोग समरसता और सम्मान एवं भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग के भेदभाव पर आधारित न हों, उन सभी प्रथाओं का त्याग करें जो महिलाओं के सम्मान के विरुद्ध हों।

(च) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्त्व समझें और उसका परिरक्षण करें। 

(छ) प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील,नदी वन्य प्राणी आदि आते हैं की रक्षा व संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखें।

(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण मानवतावाद व ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें । 

(झ) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षित रखें व हिंसा से दूर रहें। 

(ञ) व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में सतत उत्कर्ष की ओर बढ़ने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र प्रगति करते हुए प्रयात्न और उपलब्धि की नई ऊँचाइयों को छू ले।

(ट) यदि आप माता-पिता या संरक्षक हैं तो 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु वाले अपने या प्रतिपाल्य (यथास्थिति) बच्चे को शिक्षा के अवसर प्रदान करें।

बंदी (कैदी) का अधिकार