पटना (बिहार) । दानापुर नगर परिषद कार्यालय में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां शनिवार को राज्य निगरानी विभाग की टीम ने प्रधान लिपिक उमाशंकर प्रसाद और सहयोगी रमाशंकर भारतीय को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया और साथ ही अलमारी में बोरे में भरकर रखे गए 24 लाख 441 रुपये भी बरामद कर लिए। इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद टीम इस बात की जांच कर रही है बोरे में भरा नोट किसका है ? राज्य निगरानी विभाग की टीम दोनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर लिया है।
राज्य निगरानी टीम के डीएसपी जमीरउद्दीन ने बताया कि विद्यानंद सिंह नाम के एक ठेकेदार ने प्रधान लिपिक उमाशंकर प्रसाद के खिलाफ शिकायत की थी। जिसका सत्यापन करने पर शिकायत को सही पाया गया। इसके बाद टीम ने जाल बिछाकर गोला रोड स्थित राजधानी फ्यूल नाम के एक पेट्रोल पंप पर 1 लाख 67 हजार रिश्वत लेते प्रधान लिपिक उमाशंकर प्रसाद और सहयोगी रमाशंकर भारतीय को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद राज्य निगरानी विभाग की टीम ने दानापुर के नगर परिषद कार्यालय में छापेमारी की। वहां के प्रधान लिपिक के अलमीरा से 22 लाख 90 हजार रुपए नगद बरामद किया गया। ये पैसे अगल-अलग बोरों में छुपाकर रखे गए थे। डीएसपी के अनुसार प्रधान लिपिक उमाशंकर प्रसाद इन पैसों का कोई लेखा-जोखा नहीं दे रहे हैं। इस छापेमारी में कई और दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। डीएसपी के मुताबिक प्रधान लिपिक उमाशंकर पर रिश्वत लेने के मामले के साथ-साथ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी बनेगा और दोनों मामलों में उनपर केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल, उन्हें और उनके सहयोगी को जेल भेजा जा रहा है।
आपको बता दें कि ठेकेदार विद्यानद सिंह ने रामजयपाल नगर में नाले और सड़क निर्माण का काम किया था । इसी काम का बिल दानापुर नगर परिषद से क्लियर होना था। नगर परिषद के प्रधान लिपिक उमाशंकर प्रसाद इसी काम के बिल को क्लियर करने के लिए ठेकेदार विद्यानंद सिंह से 1 लाख 67 हजार रिश्वत के तौर पर मांग रहे थे। जिसकी शिकायत मिलने के बाद राज्य निगरानी विभाग की टीम ने कार्रवाई की।